भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य | Bharat ke pramukh rashtriya udyan

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य | Bharat ke pramukh rashtriya udyan

बढ़ती जनसंख्या और उद्दोगों के कारन प्राकृतिक चीजों पर इसका सीधा असर पड़ा है इसलिए भारत सरकार राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य को बनाती है ताकि वन्य जीवों और प्राकृतिक चीजों का संरक्षण किया जा सके। आज मैं भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य (bharat ke pramukh rashtriya udyan, top 10 national parks in india) के बारे में बता रहा हूँ।

इन राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में परीक्षाओं में पूछा जाता है इसलिए ये परीक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। इनका पीडीऍफ़ में नीचे प्रोवाइड करवा दूंगा जिसको आप डाउनलोड कर पायेंगें।

राष्ट्रीय उद्यान क्या हैं? (What is a National Park?)

राष्ट्रीय उद्यान वे संरक्षित क्षेत्र होते हैं जहां वन्य जीवों, वनस्पतियों, पर्यावरणीय तंत्र और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण किया जाता है। इन क्षेत्रों में मानव हस्तक्षेप अत्यधिक सीमित होता है और पर्यटन को नियंत्रित ढंग से अनुमति दी जाती है। भारत में पहला राष्ट्रीय उद्यान 1936 में उत्तराखंड में ‘हैली नेशनल पार्क’ के रूप में स्थापित हुआ, जिसे अब ‘जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क’ कहा जाता है।

जैसे: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखंड), कान्हा नेशनल पार्क (मध्य प्रदेश)

अभयारण्य क्या हैं?

अभयारण्य वे संरक्षित क्षेत्र होते हैं जहां विशेष रूप से वन्य जीवों और उनके प्राकृतिक आवास का संरक्षण किया जाता है। यहाँ मानव गतिविधियाँ नियंत्रित होती हैं, लेकिन पारंपरिक जनजातीय गतिविधियों को अनुमति हो सकती है।

जैसे: रणथंभौर अभयारण्य (राजस्थान), पेरियार वन्यजीव अभयारण्य (केरल)

राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य में अंतर

विशेषताउद्यान (National Park)अभयारण्य (Wildlife Sanctuary)
उद्देश्यवन्य जीवों के साथ-साथ वनस्पतियों, भू-आकृतियों और ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षणमुख्य रूप से वन्य जीवों और उनके प्राकृतिक आवास का संरक्षण
मानव गतिविधियाँपर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यधिक सीमितकुछ हद तक मानव गतिविधियों जैसे पशुपालन, ईंधन लकड़ी संग्रह की अनुमति
कानूनी स्थितिसख्त कानून और केंद्रीय या राज्य सरकार द्वारा अधिसूचितअपेक्षाकृत कम सख्त, राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित
पर्यटनपर्यटन को अनुमति, लेकिन नियंत्रित और विनियमितपर्यटन की अनुमति, लेकिन अधिक स्वतंत्रता
जनजातीय गतिविधियाँजनजातीय लोगों का निवास या पारंपरिक अधिकार नहीं होतेजनजातीय लोगों को पारंपरिक गतिविधियाँ करने की अनुमति हो सकती है

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान (top 10 national parks in india)

राष्ट्रीय उद्यान का नामस्थानविशेस्ता
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्कउत्तराखंडभारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान (1936)

बाघ संरक्षण परियोजना (Project Tiger) का पहला क्षेत्र

प्रसिद्धि: बंगाल टाइगर, हाथी, तेंदुआ
काजीरंगा नेशनल पार्कअसमएक सींग वाले गेंडे के लिए प्रसिद्ध

यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल

हाथी, जंगली भैंस, स्वाम्प डियर का भी आवास
कान्हा नेशनल पार्कमध्य प्रदेश‘मोगली’ की कहानी ‘द जंगल बुक’ की प्रेरणा का स्रोत

बारासिंगा (स्वाम्प डियर) का महत्वपूर्ण आवास
रणथंभौर नेशनल पार्क राजस्थानबाघों के लिए प्रसिद्ध, वन्यजीव

फोटोग्राफरों का पसंदीदा स्थान

रणथंभौर किला और प्राचीन खंडहर
सुदर्शन चिलिका नेशनल पार्कओडिशाएशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील

प्रवासी पक्षियों का आवास, विशेष रूप से फ्लेमिंगो
सुनदरबन नेशनल पार्कपश्चिम बंगालविश्व का सबसे बड़ा मैन्ग्रोव वन

रॉयल बंगाल टाइगर का घर
गिर नेशनल पार्कगुजरातएशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास
पेरियार नेशनल पार्ककेरलहाथियों और बाघों के लिए प्रसिद्ध
सातपुड़ा नेशनल पार्कमध्य प्रदेशजैव विविधता का महत्वपूर्ण केंद्र
भितरकनिका नेशनल पार्कओडिशाखारे पानी के मगरमच्छों के लिए प्रसिद्ध
हेमिस नेशनल पार्कलद्दाखस्नो लेपर्ड का घर
वेल्लीरिक्कुंड नेशनल पार्ककेरलजैव विविधता और दुर्लभ वनस्पतियों का केंद्र
नमदाफा नेशनल पार्कअरुणाचल प्रदेशचार बिल्लियों की प्रजातियों का निवास: टाइगर, लेपर्ड, स्नो लेपर्ड और क्लाउडेड लेपर्ड
बांधवगढ़ नेशनल पार्कमध्य प्रदेशबाघों की अधिकतम घनत्व के लिए प्रसिद्ध
सिमिलिपाल नेशनल पार्कओडिशाबाघ, हाथी और औषधीय पौधों के लिए महत्वपूर्ण

भारत के प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण

प्रमुख अभयारण्यविशेस्ता
भरतपुर घना पक्षी अभयारण्य (राजस्थान)जिसे अब केवलादेव नेशनल पार्क भी कहते हैं
प्रवासी पक्षियों जैसे साइबेरियन क्रेन का प्रसिद्ध निवास
पेरियार वन्यजीव अभयारण्य (केरल)प्रसिद्धि: हाथी, बाघ, और पेरियार झील
बोटिंग का विशेष अनुभव
सुंदरबन अभयारण्य (पश्चिम बंगाल)विश्व का सबसे बड़ा मैन्ग्रोव वन
प्रसिद्ध रॉयल बंगाल टाइगर का घर
गिर अभयारण्य (गुजरात)एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास
अन्य प्रजातियाँ: तेंदुए, चीतल, नीलगाय
नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व (उत्तराखंड)यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल
दुर्लभ प्रजातियाँ: स्नो लेपर्ड, कस्तूरी मृग
कृष्णा पक्षी अभयारण्य (आंध्र प्रदेश)प्रवासी पक्षियों के लिए प्रसिद्ध
मानस वन्यजीव अभयारण्य (असम)यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल
बाघ, हाथी, और गोल्डन लंगूर के लिए प्रसिद्ध
पुलिकट लेक पक्षी अभयारण्य (आंध्र प्रदेश)प्रवासी पक्षियों का प्रमुख आवास
चिलिका झील पक्षी अभयारण्य (ओडिशा)एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील पर स्थित्त
दाचिगम वन्यजीव अभयारण्य (जम्मू और कश्मीर)कश्मीरी मृग (हंगुल) के लिए प्रसिद्ध
रंथंबौर वन्यजीव अभयारण्य (राजस्थान)बाघों के लिए प्रसिद्ध
कवल वन्यजीव अभयारण्य (तेलंगाना)काले हिरण और तेंदुए के लिए महत्वपूर्ण
असकोट वन्यजीव अभयारण्य (उत्तराखंड)हिमालयी जीवों के लिए महत्वपूर्ण
पंचमढ़ी वन्यजीव अभयारण्य (मध्य प्रदेश)तेंदुए, भालू और हिरण के लिए प्रसिद्ध
कोयना वन्यजीव अभयारण्य (महाराष्ट्र)पश्चिमी घाट के जैव विविधता हॉटस्पॉट

निष्कर्ष

भारत के राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य न केवल वन्य जीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और जैव विविधता को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं। ये प्राकृतिक धरोहरें देश के पर्यटन को भी बढ़ावा देती हैं और लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करती हैं। अतः हमें इन संरक्षित क्षेत्रों की रक्षा में अपनी भूमिका निभानी चाहिए और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।

यहाँ हमने bharat ke pramukh rashtriya udyan के बारे में बात की है। भारत में वन्य जीव अभ्यारण एक ऐसी व्यवस्था है जहाँ प्राकृतिक चीजों को बचा कर रखा जाता है।

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